किस देवता के थे कितने और कौन-से पुत्र
हिन्दू धर्म में प्राचीनकाल के मानवों में देव (सुर) और दैत्य (असुर) दो तरह के भेद के अलावा और भी कई तरह के भेद थे। जैसे दानव, राक्षस, यक्ष, गंधर्व, अप्सरा, किन्नर, वानर, नाग, किरात, विद्याधर, चारण, ऋक्ष, भल्ल, वसु, सिद्ध, पिशाच, मरुद्गण, भाट आदि। हिन्दुओं के प्रारंभिक इतिहास में उपरोक्त सभी जातियों के लोगों ने धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष, ज्ञान, विज्ञान, ज्योतिष आदि की स्थापना की और जिनके कारण कई तरह की घटनाओं का जन्म हुआ। हिन्दुओं के प्रमुख वंश, जानिए अपने पूर्वजों को हजारों वर्षों के इतिहास कालक्रम के चलते ये सभी लोग अब मिथकीय माने जाते हैं, लेकिन इस पर अच्छे से शोध करेंगे तो पता चलेगा कि अपने-अपने वंश को आगे बढ़ाने, भूमि पर साम्राज्य स्थापित करने और अपने रक्त की शुद्धता बनाने रखने की एक जिद थी जिसके चलते संघर्ष का जन्म हुआ और इसी संघर्ष से नई-नई जातियों और प्रजातियों का जन्म होता गया। खैर...! आओ हम जानते हैं प्रारंभिक काल के इन देवताओं और लोगों के पुत्रों के बारे में... ब्रह्मा के पुत्र :ब्रह्मा के पुत्रों की संख्या पुराणों में निश्चित नहीं है। ब्रह्मा की तीन पत्नियां के नाम मिल