गुरुवार, 4 जुलाई 2024

दुर्गा सप्तशती के किस पाठ को करने पर क्या मिलता है फल।


दुर्गा सप्तशती के किस पाठ को करने पर क्या मिलता है फल। 


भगवती दुर्गा की पूजा एवं जप-तप के लिए नवरात्रि के 09 दिन बेहद शुभ माने गए हैं. मान्यता है कि शक्ति की साधना के लिए अत्यधिक फलदायी माने जाने वाले इन 09 दिनों में यदि कोई साधक देवी दुर्गा सप्तशती का पाठ करता है तो उसके जीवन से जुड़ी बड़ी से बड़ी कामना शीघ्र ही पूरी होती है. दुर्गा सप्तशती को शक्ति की साधना का पुण्यफल पाने का सबसे उत्तम माध्यम माना गया है. जिसका श्रद्धा और विश्वास के साथ पाठ करने पर साधक को भगवती दुर्गा से मनचाहा वरदान प्राप्त होता है. आइए जानते हैं कि दुर्गा सप्तशती के किस पाठ को करने पर साधक को किस पुण्यफल की प्राप्ति होती है.


दुर्गा सप्तशती के पहले अध्याय का फल

हिंदू मान्यता के अनुसार दुर्गा सप्तशती के पहले अध्याय का पाठ करने पर मां भगवती की कृपा से साधक के सभी मानसिक कष्ट दूर होते हैं और वह अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त करता है.


दुर्गा सप्तशती के दूसरे अध्याय का फल

भगवती की पूजा में दुर्गा सप्तशती का दूसरा पाठ करने से साधक को भूमि-भवन से जुड़े मामलों में सफलता प्राप्त होती है. भगवती की कृपा से कोर्ट-कचहरी में चल रहे मुकदमें में उसे राहत मिलती है.


दुर्गा सप्तशती के तीसरे अध्याय का फल

देवी पूजा के लिए दुर्गा सप्तशती का तीसरा पाठ करने पर साधक का जाने-अनजाने शत्रुओं से छुटकारा मिलता है. जीवन से जुड़े तमाम तरह के विवाद दूर होते हैं.


दुर्गा सप्तशती के चौथे अध्याय का फल

यदि आप अपने जीवन में ईश्वर की भक्ति की चाह है और आपके साधना मार्ग में कोई बाधा आ रही है तो उसे दूर करने के लिए आपको दुर्गा सप्तशती के चौथे अध्याय का विशेष रूप से पाठ करना चाहिए.


दुर्गा सप्तशती के पांचवें अध्याय का फल

यदि आपको लगता है कि आपके आस-पास नकारात्मक ऊर्जा का वास बना रहता है या फिर आपकी साधना कठिन तप और जप के बाद भी सफल नहीं हो पा रही है तो आपको दुर्गा सप्तशती के पाठ को जरूर करनी चाहिए. इसका पाठ करने से आपकी मनोकामना शीघ्र ही पूरी होगी.


दुर्गा सप्तशती के छठवें अध्याय का फल

यदि असफलता को लेकर आपका मन हमेशा परेशान रहता है और आपके काम में अक्सर कोई न कोई अड़ंगा आ जाता है तो ऐसी समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए साधक को दुर्गा सप्तशती के छठवें अध्याय का पाठ करना चाहिए.


दुर्गा सप्तशती के सातवें अध्याय का फल

हिंदू मान्यता के अनुसार यदि आप बगैर दूसरों का बुरा सोचते हुए देवी दुर्गा के सातवें अध्याय का पाठ करते हैं तो आपकी बड़ी से बड़ी कामना शीघ्र ही पूरी होती है.


दुर्गा सप्तशती के आठवें अध्याय का फल

भगवती दुर्गा की साधना में दुर्गा सप्तशती के आठवें अध्याय का पाठ करने से राह भटक गया व्यक्ति शीघ्र ही सीधे रास्ते पर लौट आता है और वह स्वयं से जुड़ी भलाई की बात को समझने और मानने लगता है.


दुर्गा सप्तशती के नौवें अध्याय का फल

मान्यता कि दुर्गा सप्तशती के नौवें अध्याय का पाठ करने से व्यक्ति गुमशुदा व्यक्ति शीघ्र ही मिल जाता है.


दुर्गा सप्तशती के दसवें अध्याय का फल

धार्मिक मान्यता के अनुसार दुर्गा सप्तशती के दसवें अध्याय का पाठ को करने से बिगड़े हुए बच्चे सुधर जाते हैं और अपने से बड़ों की बात का कहना मानने लगते हैं.


दुर्गा सप्तशती के ग्यारहवें अध्याय का फल

नवरात्रि में दुर्गा सप्तशती के ग्यारहवें अध्याय का पाठ करने पर साधक को करियर-कारोबार में मनचाही सफलता प्राप्त होती है.


दुर्गा सप्तशती के बारहवें अध्याय का फल

हिंदू मान्यता के अनुसार नवरात्रि में दुर्गा सप्तशती के बारहवें अध्याय का पाठ करने पर व्यक्ति झूठे आरोपों से पाक-साफ होकर बच जाता है और उसका समाज में मान-सम्मान बढ़ सकता है.


दुर्गा सप्तशती के तेरहवें अध्याय का फल

नवरात्रि में दुर्गा सप्तशती के तेरहवें या फिर कहें अंतिम अध्याय का पाठ करने पर साधक को शक्ति की भक्ति का परम सुख प्राप्त होता है.

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