रविवार, 4 नवंबर 2018

गूगल से अनजान खतरा

आज आपको कोई भी जानकारी चाहिये आपके पास एक बहुप्रचलित माध्यम है जिसका नाम है गूगल | गूगल पक आप जो चाहें वो जानकारी कुछ सेकेंड्स में प्राप्त कर सकते हैं |लोगों का मानना है कि गूगल की वजह से जिंदगी आसान हो गयी है | गूगल ने सूचना क्रांति को शिखर पक पहुचाया है| जीवन का हर क्षेत्र आज गूगल के बिना अधूरा लगता है | जिस दिन गूगल ना चले उस दिन लगता है जैसे दुनिया थम गयी हो|
निस्संदेह गूगल ने मानव जीवन को नये बदलाव और नये आयाम दिये हैं|
आइये समझते हैं कि गूगल क्या है और इसका मानव जीवन पर प्रभाव का असर क्या है |
 गूगल अमेरिका की एक मल्टीनेशनल कंपनी है जो इंटरनेट से संबंधित प्रोडेक्ट और सेवायें तैयार करती है तथा ग्राहकों को उपलब्ध कराती है | जिसका सबसे लोकप्रिय उत्पाद है गूगल सर्च इंजन जिसकी लोकप्रियता आज किसी से छुपी नही है गूगल सर्च इंजन दुनिया का सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाने वाला उत्पाद है |
  दुनिया में कोई भी वैज्ञानिक खोज मानव मात्र के कल्याण के लिए होता है अगर उसका सदुपयोग किया जाये तो| उदाहरण के लिए एक लुटेरा चाकू से किसी की हत्या कर देता है और उसी चाकू से एक डॉक्टर किसी की जान बचाता है | जैसा कि हमें बचपन से पढाया जा रहा है कि विज्ञान वरदान भी अभिशाप भी |यह निर्भर करता है उसके उपयोग पर|
  आज हम बात करेंगे हमारी सनातन सभ्यता पर गूगल का प्रभाव कैसा है | दुनिया में सबसे ज्यादा आघात हमारी सभ्यता पर हुये हैं फिर भी हमारी सभ्यता अभी तक जीवंत है | आखिर ऐसा कौन सा कारण है कि तमाम आघातो को सहकर हम अभी तक बचे हुये हैं जबकि दुनियां की तमाम सभ्यतायें परम्परायें विलुप्त हो गई | अगर सावधानी से विचार करें तो केवल एक ही कारण रहा वह है हमारी सहनशीलता और सत्य को अनवरत धारण करने की क्षमता | हमारे यहाँ ज्ञान विज्ञान की स्वस्थ परंपरा रही जिसमें गुरू योग्य शिष्य को ही गूढ ज्ञान कंठस्थ कराता है हमारे यहाँ पुस्तकों में लिखी विद्या और दूसरों के हाथ में गये धन को महत्व नही दिया गया| हमारी पूंजी हमारे शास्त्र हैं जिनका हमारे त्यागी तपस्वी परोपकारी महर्षियों मुनियों ने अपने आत्मचिंतन की आग में परिपाक करके जन साधारण को जीवन शैली के रूप में प्रदान किया | और सभ्यताओं में लोग शास्त्र पढते हैं हमारी सभ्यता में लोग शास्त्र जीते हैं |
 गूगल से आने वाले समय में सबसे बड़ा खतरा यह है कि गूगल सारे ज्ञान विज्ञान का एकमात्र संग्रहालय बन जायेगा जिसके दुरूपयोग की संभावना बहुत ज्यादा है | गूगल अपने ऊपर लोगों की निर्भरता का दुरूपयोग कर सकता है | गूगल क्योंकि लोग उसपर यकीन करते हैं अपनी व्याख्या दे सकता है जिसपर लोग ऑख मूदकर विश्वास करेंगे |
 ईमानदारी से कहूं तो गूगल नवसाम्राज्यवाद का जीवंत उदाहरण है जिसके द्वारा दुनिया की बौद्धिकता और तर्क क्षमता पर प्रहार करके पंगु करने का प्रयास किया जा रहा है | हर वैज्ञानिक खोज का सावधानी से और समझदारी से उपयोग करें | जय हिंद |

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