बाबा गेपरनाथ की महिमा गेपरनाथ महादेव मन्दिर में शिवलिंग पर अपने आप जलाभिषेक होता है | यहाँ जो भी बाबा का दर्शन करता है उसकी हर मनोकामना पूरी हो जाती है | शिवरात्रि में जो बाबा का दर्शन करता है उसकी हर मनोकामना बाबा पूरी करते हैं | कोटा से 22 किलोमीटर दूर चम्बल नदी पर यह एक मनोरम स्थान है। चम्बल के किनारे नदी से कोई आधा से एक किलोमीटर दूर एक सड़क कोटा से रावतभाटा जाती है। रतकाँकरा गांव के पास इसी सड़क से कोई आधाकिलोमीटर चम्बल की ओर चलने पर यकायक गहराई में एक घाटी नजर आती है। जिस में तीन सौ फीट नीचे एक झरना, झरने के गिरने से बना प्राकृतिक कुंड है। वहीं एक प्राचीन शिव मंदिर है। बरसात में यह स्थान मनोरम हो उठता है और हर अवकाश के दिन वहाँ दिन भर कम से कम दो से तीन हजार लोग पिकनिक मनाने पहुँचते हैं। पानी कुंड से निकल कर चम्बल की और बहता है और बीच में तीन-चार झरने और बनाता है मगर वहाँ तक पहुँचना दुर्गम है। दुस्साहस कर के ही वहाँ जाया जा सकता है। ऊपर भूमि से नीचे कुंड, झरने और मंदिर तक पहुँचने के लिए सीधे उतार पर तंग सीढ़ियाँ हैं चार-सौ के लगभग । हालांकि वहाँ नीचे रात रहने में खास परेशा...
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