तुलसी जी को तोडने से पहले वंदन करो।*_
1. तुलसी जी को नाखूनों से कभी नहीं तोडना चाहिए,नाखूनों के तोडने से पाप लगता है।_
2.सांयकाल के बाद तुलसी जी को स्पर्श भी नहीं करना चाहिए ।_
3. रविवार को तुलसी पत्र नहीं_
तोड़ने चाहिए ।_
4. जो स्त्री तुलसी जी की पूजा करती है।_ _उनका सौभाग्य अखण्ड रहता है । उनके घर_
सत्पुत्र का जन्म होता है ।_
5. द्वादशी के दिन तुलसी को नहीं तोडना चाहिए ।_
6. सांयकाल के बाद तुलसी जी लीला करने जाती है।_
7. तुलसी जी वृक्ष नहीं है! साक्षात् राधा जी का अवतार है ।_
8. तुलसी के पत्तो को चबाना नहीं चाहिए।_
"तुलसी वृक्ष ना जानिये।*_
गाय ना जानिये ढोर।।*_
गुरू मनुज ना जानिये।*_
ये तीनों नन्दकिशोर।।*_
अर्थात-_
तुलसी को कभी पेड़ ना समझें_
गाय को पशु समझने की गलती ना करें और गुरू को कोई साधारण मनुष्य समझने की भूल ना करें
1. तुलसी जी को नाखूनों से कभी नहीं तोडना चाहिए,नाखूनों के तोडने से पाप लगता है।_
2.सांयकाल के बाद तुलसी जी को स्पर्श भी नहीं करना चाहिए ।_
3. रविवार को तुलसी पत्र नहीं_
तोड़ने चाहिए ।_
4. जो स्त्री तुलसी जी की पूजा करती है।_ _उनका सौभाग्य अखण्ड रहता है । उनके घर_
सत्पुत्र का जन्म होता है ।_
5. द्वादशी के दिन तुलसी को नहीं तोडना चाहिए ।_
6. सांयकाल के बाद तुलसी जी लीला करने जाती है।_
7. तुलसी जी वृक्ष नहीं है! साक्षात् राधा जी का अवतार है ।_
8. तुलसी के पत्तो को चबाना नहीं चाहिए।_
"तुलसी वृक्ष ना जानिये।*_
गाय ना जानिये ढोर।।*_
गुरू मनुज ना जानिये।*_
ये तीनों नन्दकिशोर।।*_
अर्थात-_
तुलसी को कभी पेड़ ना समझें_
गाय को पशु समझने की गलती ना करें और गुरू को कोई साधारण मनुष्य समझने की भूल ना करें
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